
जाति का जहर बिहार में फैलता जा रहा?
बिहार के अंदर अभी जाति का जहर इतना भयानक फैला हुआ है कि हर लोग अपनी जाति का विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री आयोग के अध्यक्ष पद की केवल चाह रख रहे हैं और समर्थन भी किए जा रहे है , तो कोई केंद्र में अपनी जाति को मंत्री बनाना चाह रहा है ।
ऐसा नहीं होना चाहिए़ कुछ समाज के कंटक के कारण ऐसा स्थिति उत्पन्न हुआ है।जिससे आने वाले पीढ़ी को बहुत बुरा असर पड़ेगा जनता को अपना सोच बदलना ही और जातिवाद से हटकर कार्य करना होगा जिससे बिहार का और विकाश हो सकता है।
लेकिन मेरा स्पष्ट मानना हैं कि भाजपा के केन्द्रिय नेतृत्व इस बार विधानसभा चुनाव के बाद संघ पृष्ठभूमी से आने वाले नेता को ही बड़ी जिम्मेदारी दी जाये क्योंकि संघ पृष्ट भूमि से आने वाले नेता ही सभी समाज को एक साथ लेकर चल सकता है और सभी समाज को सम्मान का अहसास होगा ।
बिहार विधानसभा चुनाव नेतृत्व को लेकर मेरा मानना है कि पटना साहिब के वरिष्ठ नेता, संघ पृष्ठभूमि से आने वाले श्री नंदकिशोर यादव जी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी ही जानी चाहिए नंदकिशोर यादव में इतनी योग्यता व क्षमता है।कि वह सभी समाज को पार्टी और सरकार में सही तरीके से समावेसित कर सकते हैं ।